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बुधवार, 30 नवंबर 2011

सोयी हैं जिनकी रूहें आओ उन्हें झंकझोर दें !

blindfolded lady with sword in right hand held vertically down to floor, and a set of balance scales in her left hand held neck high


कुछ दिन  पूर्व भारत के सर्वोच्च  न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश  न्यायमूर्ति श्री  एस.एच.कपाडिया ने भ्रष्ट जजेस के नाम उजाकर करने की जनता से अपील की थी .इसके दो दिन बाद ही'' टीम अन्ना '' व् ''INDIA AGAINST CORRUPTION ''के मुख्य कार्यकर्ता  श्री अरविन्द केजरीवाल ने डॉक्टर किरण बेदी जी के  खिलाफ F .I .R .दर्ज कराने का आदेश देने वाले  जज पर दबाव में  ऐसा आदेश देने का आरोप  लगाकर न्याय के क्षेत्र  में बढ़ते  भ्रष्टाचार की ओर  सबका ध्यान आकृष्ट कर दिया . उन्होंने कहा कि -
 '' जज साहब ने 'फर्जी शिकायत पर किरन बेदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया इससे ऐसा लगता है कि वह दवाब में थे।'' 
 न्याय की गद्दी पर बैठे व् न्याय दिलवाने वाले ही भ्रष्ट हो जायेंगे तो  समाज को अपराध -अन्याय के  गहरे गर्त में जाने से कौन रोक सकता है ?आज यह जरूरी हो गया है जनता सजग बने .अन्याय का विरोध करे -


जो कलम रिश्वत की स्याही से लिखे इंसाफ को 
मुन्सिफों की उस कलम को आओ आज तोड़ दें .

जो लुटे इंसाफ की चौखट पे माथा टेककर;
टूटे हुए उनके भरोसे के सिरों को जोड़ दें . 

कितने में बिकते गवाह; कितने में मुंसिफ बिक रहे 
आओ चुप्पी तोड़कर इन सबका भांडा फोड़ दें .

जो जिरह के नाम पर लोगों की इज्जत तारते 
ए शिखा !उनसे कहो कि वे वकालत छोड़ दें .

इंसाफ की गद्दी पे बैठे हैं  , इसे  ही बेचते  
सोयी हैं जिनकी रूहें आओ उन्हें झंकझोर दें .

                                    शिखा कौशिक 

1 टिप्पणी:

रेखा ने कहा…

इंसाफ की गद्दी पे बैठे हैं , इसे ही बेचते
सोयी हैं जिनकी रूहें आओ उन्हें झंकझोर दें .

जागरूक करता हुआ आलेख ...