वर्ष 2011-सबसे सशक्त महिला ''बंगाल की शेरनी ''
मेरी राय में- इस वर्ष 20 मई को जब एक महिला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तब ऐसा लगा जैसे उसने एक विशाल व् वर्षों पुरानें गढ़ को ढहाकर अपनी सत्ता की नींव रख दी हो .आजादी से अब तक भारत में 13 महिलाएं मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुकी हैं पर जब ''बंगाल की शेरनी '' कही जाने वाली '' सुश्री ममता बैनर्जी '' ने पश्चिम बंगाल में ३४ वर्षों से सत्तारूढ़ वाममोर्चे की सरकार को उखाड़ फेंका तब भारत की १४ वी महिला मुख्यमंत्री के साथ साथ वे पश्चिम बंगाल की'' प्रथम महिला मुख्यमंत्री'' भी बन गयी .
केंद्र में रेल मंत्री पद पर अपनी अमूल्य सेवाएं देने वाली ममता दी में नेतृत्व क्षमता कूट -कूट कर भरी है .निडर व् संघर्षशील ममता दी में एक जूनून है गरीब जनता को उसका हक दिलवाने का .एक बार भरी सभा में फांसी पर झूल जाने की कोशिश कर अपने जूनून की परिकाष्ठा प्रदर्शित करने वाली ममता दी आज भी अनेक जटिल मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर अपना दबाव बनाने से नहीं चूकती हैं-पेट्रोल की बढ़ी कीमतें हो या खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी पूँजी निवेश का मुद्दा अथवा लोकपाल विधेयक .
ईश्वर उन्हें पग-पग पर शक्ति व् सफलता प्रदान करें ताकि वे ऐसे ही जन -हित में अपना योगदान देती रहें .
शिखा कौशिक
[विचारों का चबूतरा ]
मेरी राय में- इस वर्ष 20 मई को जब एक महिला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तब ऐसा लगा जैसे उसने एक विशाल व् वर्षों पुरानें गढ़ को ढहाकर अपनी सत्ता की नींव रख दी हो .आजादी से अब तक भारत में 13 महिलाएं मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुकी हैं पर जब ''बंगाल की शेरनी '' कही जाने वाली '' सुश्री ममता बैनर्जी '' ने पश्चिम बंगाल में ३४ वर्षों से सत्तारूढ़ वाममोर्चे की सरकार को उखाड़ फेंका तब भारत की १४ वी महिला मुख्यमंत्री के साथ साथ वे पश्चिम बंगाल की'' प्रथम महिला मुख्यमंत्री'' भी बन गयी .
केंद्र में रेल मंत्री पद पर अपनी अमूल्य सेवाएं देने वाली ममता दी में नेतृत्व क्षमता कूट -कूट कर भरी है .निडर व् संघर्षशील ममता दी में एक जूनून है गरीब जनता को उसका हक दिलवाने का .एक बार भरी सभा में फांसी पर झूल जाने की कोशिश कर अपने जूनून की परिकाष्ठा प्रदर्शित करने वाली ममता दी आज भी अनेक जटिल मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर अपना दबाव बनाने से नहीं चूकती हैं-पेट्रोल की बढ़ी कीमतें हो या खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी पूँजी निवेश का मुद्दा अथवा लोकपाल विधेयक .
ईश्वर उन्हें पग-पग पर शक्ति व् सफलता प्रदान करें ताकि वे ऐसे ही जन -हित में अपना योगदान देती रहें .
शिखा कौशिक
[विचारों का चबूतरा ]
1 टिप्पणी:
सही है...कई मुद्दों को लेकर उन्होंने सरकार पर दबाब तो बनाया है .
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