क्रिकेट में जीत को लेकर ढोल बजाते लोगों को देखकर लगा ये भारत के नहीं हो सकते .जहाँ अपने इतने बहन-भाई विपदा के शिकार हुए हैं ...उस भारत के नागरिक एक खेल में जीत को लेकर इतना तमाशा करें तो यही भाव मन में आते हैं -
BCCI announces cash prize of Rs one crore each to players
ख़ुशी मनाते आपको तनिक शर्म न आई ,
क्या पता नहीं है आपको देश में विपदा आई ?
एक खेल की जीत पर एक एक को एक करोड़ ,
यहाँ जान की बाज़ी पर कौड़ी की भी न होड़ !
एक विकेट गिर जाने का गिनो खिलाडी मोल ,
अपनी सेना बचा रही भारत के जन अनमोल !
असली विजेता सैनिक हैं खतरनाक है खेल ,
जान बचाने के लिए सब कुछ रहे हैं झेल !
छक्के चौका का नहीं ये काम बड़ा मुश्किल ,
केवल सैनिक दे सकते हैं देश को अपना दिल !
जय हिन्द ! जय हिन्द के जवान !
शिखा कौशिक 'नूतन'
4 टिप्पणियां:
आप भी किन से कैसी उम्मीद कर रहे हो!मुझे तो अगले दिन एक मित्र ने बताया कि एकमात्र शिखर धवन ने इस विपदा को वहा याद किया!बाकी सब तो नशे में थे जैसे!इनको हम देश की शान समझते है... धिक्क है हमारी ऐसी समझ पर!
कुँवर जी,
हालांकि मेरी बात कुछ अटपटी जरुर लग सकती है लेकिन फिर भी कहूँगा तो सही " जनाब आपदा भारत में आई है इंडिया में नहीं और ये टीम इंडिया है "
टीम इंडिया है ... तो क्या भारत के दुख दर्द में शामिल नहीं ये ...
अफ़सोस होता है इस हृदयहीनता पे ... मेरा बस सब कुछ मुझे ही मिल जाए ...
केवल सैनिक दे सकते हैं देश को अपना दिल। बेहतरीन पंक्ति यही सच है और यही हैं देश के सच्चे और अच्छे खिलाड़ी जिनसे देश का सर ऊंचा है।
जय हिन्द जय हिन्द की सेना...
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