''राष्ट्रीय सहारा''के पेज-३ पर आज १-३-२०१२ पर छपे इस फोटो को जरा ध्यान से देखिये .
क्या आपको कोई खास बात नज़र आई .नहीं ?....अरे ऐसे कैसे .चलिए मैं ही बता देती हूँ .आज कांग्रेस के इस विज्ञापन को देखकर मुझे तो कम से कम ऐसा ही लगा जैसे राहुल गाँधी जी ने अपने चचेरे भाई वरुण गाँधी को ईट का जवाब पत्थर से दिया हो .कल ''अमर उजाला ''दैनिक के मेरठ संस्करण [पेज-१५] में एक खबर छपी थी जिसमे वरुण गाँधी जी का यह बयान था कि-''कांग्रेस में एक भी ऐसा चेहरा नहीं है जिसे पूरे प्रदेश में पहचाना जाता हो ,जबकि भाजपा में ऐसे ५५ चेहरे हैं जो पूरे प्रदेश में पहचाने जाते हैं और वे मुख्यमंत्री बन सकते हैं ''.ये पढ़कर मुझे वरुण गाँधी की बुद्धि पर बहुत तरस आया था .सहानूभूति तो उनसे बहुत रही है पर उनके बयानों पर गुस्सा ही आता है .आज भी कांग्रेस में ऐसे नेताओं की कमी नहीं है जिन्हें पूरा देश पहचानता है .उत्तर प्रदेश ने ही ऐसे योग्य नेता देश को दिए हैं फिर वरुण गाँधी जी ऐसा बयान किस आधार पर देते हैं यह तो वे ही बता सकते हैं पर आज ऊपर दिए विज्ञापन में कांग्रेस ने देश व् प्रदेश में पहचाने जाने वाले नेताओं का सामूहिक चित्र देकर वरुण गाँधी जी को बहुत शालीनता के साथ जवाब दिया है .वरुण गाँधी जी कांग्रेस के इस मन्त्र को ही अपना लीजिये-उठो....जागो....बदलो .....!
शिखा कौशिक
4 टिप्पणियां:
truth does not need any proof.good presentation.
जय हो.
राहुल और वरुण दोनों ही शालीन हैं जी.
राजनीति में सत्ता आ जाए हाथ में,वर्ना सब चलता है.
बिल्कुल सही है।
शिखा जी होली की शुभकामनायें
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