विचार जो मन में आकर उथल-पुथल मचाते हैं और अभिव्यक्ति के माध्यम से उदगारों के रूप में प्रकट होते हैं........
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शनिवार, 19 जनवरी 2013
चिंतन शिविर के बाद करना है ये काम
करना है सतत प्रयास , हो देश का उत्थान , चिंतन शिविर के बाद करना है ये काम , है कठिन पथ , कष्ट हैं महान , उठो , जागो -राहुल जी अब कहाँ विश्राम ! शिखा कौशिक 'नूतन '
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