विचार जो मन में आकर उथल-पुथल मचाते हैं और अभिव्यक्ति के माध्यम से उदगारों के रूप में प्रकट होते हैं........
बहुत सार्थक प्रस्तुति. अपराध तो अपराध है और कुछ नहीं ...
वाह शिखा जी-अन्दर की बात-
शिखा जी, छोटी मगर काफी सुंदर, व्यंग्यपूर्ण कविता !!
गागर में सागर...सटीक कटाक्ष
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4 टिप्पणियां:
बहुत सार्थक प्रस्तुति. अपराध तो अपराध है और कुछ नहीं ...
वाह शिखा जी-
अन्दर की बात-
शिखा जी, छोटी मगर काफी सुंदर, व्यंग्यपूर्ण कविता !!
गागर में सागर...सटीक कटाक्ष
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