फ़ॉलोअर

सोमवार, 16 जुलाई 2012

अमर उजाला को अविलम्ब माफ़ी मांग लेनी चाहए !


[amar ujala dainik page 16 ]
[date 16-7 2012]

किसी भी प्रतिष्ठित समाचार पत्र से यह  अपेक्षा की जाती है कि वह पाठको तक कोई भी समाचार सत्य तथ्यों  के गहन अध्ययन के पश्चात  ही प्रेषित करेगा क्योंकि  समाचार पत्र की प्रति पाठक  एक  सबूत  अथवा अपना पक्ष  मजबूत   करने  हेतु   विरोधी  के समक्ष  प्रस्तुत  करते  हैं  .दैनिक अमर उजाला के आज [16-७-२०१२]के अंक में पेज 16 पर प्रकाशित ''आइये जाने ...कितने पढ़े लिखे हैं हमारे नेता '' में श्री राहुल गाँधी की शैक्षणिक  योग्यता को जिस प्रकार विद्वेष पूर्ण रूप से प्रस्तुत किया  गया  है वह न  केवल निदनीय है बल्कि अमर उजाला जैसे  समाचार पत्र कि निष्पक्ष छवि पर भी प्रश्न चिन्ह  लगाता  है .पत्र राहुल जी   की शैक्षणिक योग्यता के सम्बन्ध  में लिखता है -''कम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एम्.फिल.की पढाई .इस पर परस्पर विरोधी दावे ''क्या समाचार पत्र ने उन  दावों  की जाँच की ?यदि हाँ  तो क्या हैं वे ठोस सबूत ?...और  यदि नहीं तो यहाँ ये  लिखने के पीछे   क्या मंशा   है ?बेहतर होता  वे  राहुल जी के सम्बन्ध में सरकारी  वेबसाईट [ http://india.gov.in/]से तथ्यों को उद्धृत करते .जो इस प्रकार है -


NameShri Rahul Gandhi
Constituency from which I am electedAmethi
Father's NameLate Shri Rajiv Gandhi
Mother's NameSmt. Sonia Gandhi
Date of Birth19 Jun 1970
Birth PlaceDelhi
Maritial StatusUnmarried
Date of Marriage-NA-
No. of ChildrenNo.of Sons:0   No.of Daughters:0
State NameUttar Pradesh
Party NameIndian National Congress
Permanent Address12, Tughlak Lane,New Delhi - 110 011Tels. (011) 23795161 Fax. (011) 23012410
Present Address12, Tughlak Lane,New Delhi - 110 011Tels. (011) 23795161 Fax. (011) 23012410
Email idoffice[at]rahulgandhi[dot]in 

Educational Qualifications M.Phil. (Development Economics) Educated at Trinity College, Cambridge University, U.K.

क्या सरकारी वेबसाईट पर भी राहुल जी गलत तथ्यों को प्रस्तुत कर सकते  हैं ? 


...पूर्व   में भी एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र ने राहुल जी की शैक्षणिक योग्यता को लेकर गलत खबर छाप दी थी जिस पर राहुल जी ने कड़ा विरोध  दर्ज  कराया  था  .गाँधी परिवार के प्रति दुराग्रह रखने वाले किस सीमा तक जाकर इस परिवार के सदस्यों   की गरिमा  के साथ  खिलवाड़  करते हैं यह कई  बार भाजपा  नेता साबित  कर चुके  हैं .यशवंत सिन्हा  जी का  राहुल जी को कम  पढ़ा  लिखा  कहना  क्या साबित करता  है ?...पर ''अमर उजाला 'जैसे 
 प्रतिष्ठित अख़बार  को खबर छापते  समय  यह ध्यान  रखना  चाहिए  कि उसके   पाठकों   में ऐसे पाठक भी हैं जो इस तरह  की ख़बरों का  कड़ा विरोध करते हैं .निर्मूल  बैटन  को इस तरह  तथ्य  बनाकर  खबर में उसका  उल्लेख  करना  पत्र की ख़बरों की विश्वसनीयता  को घटती  है .अविलम्ब अख़बार को इस त्रुटि पूर्ण   प्रकाशित तथ्य आधारित  खबर हेतु क्षमा   मांग   लेनी चाहिए ताकि इसे आधार बनाकर राहुल जी के विरोधी दुष्प्रचार    करना आरम्भ कर दें और हम जैसे ''अमर उजाला''पाठक इस पत्र से विमुख हो जाएँ .

                           
शिखा कौशिक
[विचारों का चबूतरा ] 

2 टिप्‍पणियां:

शिवनाथ कुमार ने कहा…

इससे ख़बरों की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है ...
अपनी गलती मानकर माफ़ी मांगनी चाहिए ....

Shalini kaushik ने कहा…

सही कह रही हैं आप सार्थक व् सुन्दर प्रस्तुति आभार समझें हम